इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) का मतलब है कि वे उपकरण जो इंटरनेट से जुड़े होते हैं और आपस में डाटा का आदान-प्रदान करते हैं। IoT की मदद से हमारा जीवन आसान और सुविधाजनक होता है।
- IoT में सेंसर, सॉफ्टवेयर, एक्चुएटर्स और कंप्यूटर डिवाइसेज शामिल होते हैं।
- IoT में उपकरणों को क्लाउड, मोबाइल, सोशल मीडिया, वेब, मशीन-लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट सिटी, स्मार्ट होम, स्मार्ट हेल्थकेयर, स्मार्ट एनर्जी, स्मार्ट एग्रीकल्चर, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन, स्मार्ट एनवायरनमेंट, स्मार्ट एजुकेशन, स्मार्ट सिक्योरिटी, स्मार्ट प्रोतोकॉल, समर्त प्रतिक्रिया प्रणाली (Smart Response System) आदि के साथ कनेक्ट होते हैं।
- IoT में उपकरणों का पहले से प्रोग्राम किया हुआ होता है कि किस प्रकार का डाटा कहाँ भेजना है, किस प्रकार का डाटा कहाँ से प्राप्त करना है, किस प्रकार का डाटा कैसे प्रसंस्करण (Processing) करना है, किस प्रकार का डाटा कैसे संग्रह (Storage) करना है, किस प्रकार का डाटा कैसे प्रस्तुत (Presentation) करना है, किस प्रकार का डाटा पर कौन-सी action perform (Perform) करनी है, etc.
- IoT में उपकरणों में self-learning (स्व-सीखन), self-configuring (स्व-समनुरूप), self-healing (स्व-मुक्त), self-adapting (स्व-समुपहि), self-optimizing (स्व-महत्तम), self-awareness (स्व-पहि), self-maintenance (स्व-मुक्त), self-diagnosis (स्व-नि), self-protection (स्व-मुक्त), self-coordination (स्व-मुक्त), self-cooperation (स्व-मुक्त), self-management (स्व-मुक्त) etc. की capabilities (कु) होती हैं।

IoT में devices are smart and intelligent. They can communicate with each other and with humans. They can collect and analyze data and take actions accordingly. They can make our lives easier and better. IoT is the future of technology and innovation.