नमस्कार दोस्तों, आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम वायरलेस कम्युनिकेशन के बेसिक्स के बारे में जानेंगे। वायरलेस कम्युनिकेशन का मतलब है कि दो या दो से अधिक डिवाइस आपस में बिना किसी तार के मध्यम से संचार कर सकते हैं। वायरलेस कम्युनिकेशन का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में कई तरह से होता है, जैसे मोबाइल फ़ोन, वाई-फाई, ब्लूटूथ, सैटेलाइट, रेडियो, टीवी, आदि।

वायरलेस कम्युनिकेशन का सिद्धांत क्या है? वायरलेस कम्युनिकेशन में हमें तीन मुख्य चीजें मिलती हैं: स्रोत (source), प्राप्तकर्ता (receiver) और संकेत (signal)। स्रोत वह डिवाइस है जो संकेत को प्रसारित (transmit) करता है, प्राप्तकर्ता वह डिवाइस है जो संकेत को प्राप्त (receive) करता है, और संकेत वह मीडिया है जो स्रोत से प्राप्तकर्ता तक संदेश (message) को पहुंचाता है।
संकेत को प्रसारित करने के लिए, हमें संकेत को मॉडुलेट (modulate) करना पड़ता है, मतलब संकेत के प्रकार (type), प्रक्रिया (process) और प्रतीक (symbol) को परिवर्तित (change) करना पड़ता है। मॉडुलेशन के प्रकार (types of modulation) हैं:
– **अम्पलीट्यूड मॉडुलेशन (Amplitude Modulation)**: इसमें संकेत की frequency constant रहती है, लेकिन amplitude परिवर्तित होती है.
– **Frequency Modulation**: इसमें संकेत की amplitude constant रहती है, लेकिन frequency परिवर्तित होती है.